भरी अदालत के मुकदमा जीतने के बाद जज साहब ने बुजुर्ग को बधाई देते हुए कहा : बाबा आप केस जीत गए।
बुजुर्ग किसान ने कहा : राम तनै . .इतनी तरक्की दे के तू "दरोगा" बण जाए।
वकील बोले, "रे ताऊ "जज" तो "दरोगा" तै बहुत बड़ा होए हैं।
बुजुर्ग बोले, ना रै..... मेरी नज़र में तो दरोगा ही बडा हैं!
पेशकार (वकील):- बोले वो कैसे?
बुजुर्ग : इस जज ने मुकदमा खत्म करण मे "दस साल" लगा दिये जबकि "दरोगाजी" शुरू में ही कहा था "पांच हजार रुपया दे दयो..... दो दिन मे मामला रफा दफा कर दूगा।
न्याय प्रणाली पर एक सटीक व्यंग्य..
No comments:
Post a Comment