एक मेढक पेड़ की चोटी पर चढ़ने का सोचता है और आगे बढ़ता है
बाकी के सारे मेंढक शोर मचाने लगते हैं "ये असंभव है.. आज तक कोई नहीं चढ़ा.. ये असंभव है.. नहीं चढ़ पाओगे"
मगर मेंढक आख़िर पेड़ की चोटी पर पहुँच ही जाता है.. जानते हैं क्यूँ?
क्योंकि वो मेंढक "बहरा" होता है.. और सारे मेंढकों को चिल्लाते देख सोचता है कि सारे उसका उत्साह बढ़ा रहे हैं
इसलिए अगर आपको अपने लक्ष्य पर पहुंचना है तो नकारात्मक लोगों के प्रति "बहरे" हो जाइए
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कल रात bar में बैठे-बैठे मैंने सोचा
शराब छोड़ दूँ
फिर याद आया...
नशे में निर्णय लेना ठीक नही...
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लड़की: तुम क्या काम करते हो ?
लड़का: Actually i was Working for Times of India in Delhi....पर कुछ दिन पहले ही job छोड़ी है .
लड़की : क्यों?
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लड़का : अरे पगली कोण इतनी ठण्ड में पेपर डालने जायेगा !
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सिपाही:- चल भाई ,
तेरी फाँसी का समय हो गया।
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कैदी:- पर मुझे तो फाँसी
20 दिन बाद होने वाली थी।
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सिपाही:- जेलर साहब कह कर गए हैं,
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कि " तू उनके गाँव का है,
इसलिए तेरा काम पहले।
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