मैंने भोपाली चाचा से पूछा - चचा वेलेंटाइन डे आ रिया है।
तो वो बोले - हां मियां सुना तो हे
मैंने पूछा - जानते हैं इसके बारे में
वो बोले - खां कोई बाबा थे
लड़कियों को फूल बाटते रेते थे ! एक दिन उनकी बेग़म ने देख़
लिया,
फिर तो मियां उनने बेलन से वो सुताई लगाई वो सुताई
लगाई कि बाबा टैं बोल गये ! मरते मरते बीबी से गुज़ारिश
कि "बेलन टांग दे" लोगों ने समझा "वेलेंटाइन डे" !
बस तभी से भैया, लोग़ इस दिन को वेलेंटाइन डे केते हैं
और बाबा की याद में फूल बांटते रेते हैं..
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